पढ़िए उपराष्ट्रपति ने क्या निर्देश दिए पत्रकारों को…पढ़े पूरी खबर..

Samachar4media: उपराष्ट्रपति एम वेंकैया नायडू ने गुरुवार को अखबारों से अपील की कि वे अपनी ताकत का उपयोग समाज के भले के लिए बुद्धिमत्तापूर्वक करें। इतना ही नहीं उन्होंने पेड न्यूज को एक खतरनाक समस्या बताया।

नायडू ने मराठी अखबार लोकमत के दिल्ली संस्करण शुरू होने के मौके पर आयोजित एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा, पेड न्यूज खबर नहीं है, वह एक खतरनाक समस्या है, जो समाज की कमजोरी बन गई है। नायडू ने कहा कि अखबार को समाज का प्रतिबिंब होना चाहिए। उन्होंने मीडिया से अभिव्यक्ति की आजादी का इस्तेमाल जिम्मेदारी से करने को कहा। उन्होंने कहा कि अखबारों के पास समाज को प्रभावित करने की ताकत है जिसका इस्तेमाल लोगों के व्यापक हित के लिए उसे बुद्धमतापूर्वक करना चाहिए।

उन्होंने मीडिया को आगाह किया कि वे खुद को अफवाह फैलाने वालों के हाथों का हथियार न बनने दें। उन्होंने कहा कि पुष्टि के साथ सूचना एक विशाल विस्फोटक है। पुष्टि के बगैर यह गॉसिप रहता है और यह खतरनाक अफवाह का कारण बन सकता है।

उपराष्ट्रपति नायडू ने पत्रकारों से कृषि और ग्रामीण मुद्दों पर ध्यान केंद्रित करने की अपील की। चूंकि ग्रामीण क्षेत्रों में रह रहे लोगों के प्रति उन्होंने अपनी भावनाएं इसलिए व्यक्त की क्योंकि उनका मानना था कि पत्रकार इस ओर अपना ध्यान केंद्रित नहीं करते, जिसकी वजह से ग्रामीण क्षेत्रों के लोगों को तवज्जो नहीं मिल पाती है। उन्होंने कहा, आपको (पत्रकारों) उनका समर्थन करना होगा। आप दलितों की आवाज बन सकते हैं और उनके मुद्दों को दिल्ली तक उठा सकते हैं।

मातृभाषा के उपयोग की जोरदार पैरवी करते हुए उपराष्ट्रपति ने कहा कि आंध्रप्रदेश के एक विद्यालय में पढ़ने के बावजूद वह वर्तमान हैसियत तक पहुंचे, जहां पढ़ाई का माध्यम तेलुगू था। उन्होंने कहा कि माता-पिता बच्चों पर अंग्रेजी में बोलने का दबाव डालते हैं जो उनकी कमजोरी दर्शाता है। हालांकि उन्होंने यह भी कहा कि वह किसी भाषा के खिलाफ नहीं हैं। इस मौके पर पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने कहा कि मीडिया किसी भी लोकतंत्र में अहम भूमिका निभाता है।