darbhanga:सीबीआई ने संस्कृत कॉलेज के प्रिंसिपल को किया गिरफ्तार

दरभंगा/पटना:सीबीआई ने नौबतपुर स्थित राघवेंद्र संस्कृत कॉलेज के प्रिंसिपल डॉ. अनिल ईश्वर को गिरफ्तार कर लिया है। यह मामला डाक विभाग में हुई बहाली घोटाले से जुड़ा है। सूत्रों के मुताबिक डाक विभाग में मध्यमा उपशास्त्री के प्रमाण पत्रों के आधार पर हुई नियुक्ति में धांधली की जांच के क्रम में मिले सबूतों के आधार पर बीते दिन सीबीआई ने छापेमारी करके डॉ. अनिल को अपनी गिरफ्त में ले लिया। फिर शनिवार को सीबीआई की विशेष कोर्ट में पेश करने के बाद उन्हें जेल भेज दिया गया। आने वाले दिनों में उन्हें रिमांड पर लेकर जांच एजेंसी पूछताछ कर सकती है। दरअसल डाक विभाग में हुई नियुक्ति में गड़बड़ी को लेकर दायर की गई जनहित याचिका पर सुनवाई करते हुए पटना हाइकोर्ट ने इस मामले की जांच सीबीआई को सौंपी थी। राघवेंद्र संस्कृत कॉलेज (नौबतपुर) कामेश्वर सिंह दरभंगा संस्कृत विश्वविद्यालय से जुड़ा हुआ है। इधर गिरफ्तारी के बाबत पूछे जाने पर विवि के कुलसचिव डॉ. शक्तिनाथ झा ने बताया कि सीबीआई के इंस्पेक्टर ने उन्हें फोन पर यह सूचना दी थी, लेकिन अभी तक कोई लिखित जानकारी नहीं मिली है।
सूत्रों के मुताबिक डाक विभाग में हुई बहाली में धांधली की जांच कर रही सीबीआई उस समय चौंक गई जब पता चला कि कई अभ्यर्थियों के अंक पत्र अन्य प्रमाण पत्रों में कॉलेज के स्तर से संगीन गड़बड़ी की गई है। इसमें प्रिंसिपल डॉ. अनिल ईश्वर का अहम रोल रहा है। संदिग्धों के अंक पत्र यूनिवर्सिटी की रिकॉर्ड में रखे पेपर में भी अंतर मिला। यूनिवर्सिटी में मिले रिकॉर्ड में कम अंक थे जबकि दूसरे प्रमाण पत्र में अधिक अंक थे। टेम्परिंग करके अंक बढ़ाए गए थे।
ब्लैक मनी को लेकर निगरानी ब्यूरो ने 26 अप्रैल 2014 को राजकीय संस्कृत महाविद्यालय के तत्कालीन प्रिंसिपल डॉ. अनिल को गिरफ्तार किया था।
^गिरफ्तारी की बात तो पता चली है, लेकिन सीबीआई की ओर से अभी तक कोई लिखित सूचना नहीं मिली है। जब तक आधिकारिक सूचना नहीं मिलती तब तक अग्रेतर कार्रवाई करना उचित नहीं होगा।’ प्रो.चंद्रेश्वर प्रसाद सिंह, प्रभारी वीसी, कामेश्वर सिंह दरभंगा संस्कृत विश्वविद्यालय
सूर्यमोहन को विवि प्रशासन ने किया निलंबित
कामेश्वरसिंह दरभंगा संस्कृत विश्वविद्यालय के शिक्षाशास्त्र विभाग में कार्यरत पुस्तकालय सहायक सूर्यमोहन कुमार को शनिवार को निलंबित कर दिया गया है। बता दें कि 8 जून को निगरानी की टीम ने सूर्यमोहन को विभाग में ही छात्र से 26 हजार रुपए रिश्वत लेते रंगेहाथ गिरफ्तार किया था। उसकी गिरफ्तारी और जेल भेजे जाने के बाद विवि प्रशासन ने अग्रेतर कार्रवाई के लिए एक कमेटी का गठन शुक्रवार को किया था। कुलसचिव, सीसीडीसी कुलानुशासक की तीन सदस्यीय कमेटी ने शनिवार को अपनी रिपोर्ट सौंपी जिसके आलोक में सूर्यमोहन को निलंबित कर दिया गया है।

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