राष्ट्रपति चुनावः नीतीश बोले- क्या बिहार की बेटी का चयन हारने के लिए किया गया है?

नीतीश ने राष्ट्रपति चुनाव में यूपीए उम्मीदवार मीरा कुमार को सपोर्ट न करने पर हो रही आलोचनाओं को जवाब दिया है. उन्होंने कहा- बिहार की बेटी माननीय मीरा कुमार के प्रति बहुत सम्मान है. बिहार की बेटी होने से मुझे भी बहुत गर्व की अनुभूति होती है. मंत्री और स्पीकर रहते हुए उन्होंने अच्छा काम किया. बता दें कि बिहार में उनके साथ लालू प्रसाद ने उन्हें अपने फैसले पर विचार करने की सलाह दी थी. नीतीश शुक्रवार शाम लालू के साथ इफ्तार पार्टी में पहुंचे थे.

2019 में जीतने की तैयारी करनी चाहिए
नीतीश ने कहा कि 2019 की रणनीति बनानी चाहिए, ये तो तात्कालिक हार की है. बिहार की बेटी का चयन हारने के लिए किया गया? उनके प्रति सम्मान था, दो बार अवसर मिले तब तो बिहार की बेटी याद नहीं आई. मेरी समझ से फिर से पुर्नविचार करना चाहिए. 2019 जीत की रणनीति बनाई और 2022 में बिहार की बेटी को राष्ट्रपति बनाइए.

क्यों किया सपोर्ट?
नीतीश ने कहा- हमने पार्टी के अंदर खुले तौर पर गौर किया. हर पहलू को गौर कर ये निर्णय लिया. ये फैसला राष्ट्रपति चुनाव के लिए है. हम जब एनडीए में भी थे, जब प्रणब बाबू और अंसारी के खिलाफ बयान हुए थे तो हमने बीजेपी का ऐतराज किया था. राष्ट्रपति का पद मुकाबले का पद नहीं है.

ये बिहार की बेटी वाली बात तो ऐसे ही है कि सब किसी को पता है. उनका चयन हारने के लिए किया है. बिहार की बेटी को आप हारने लायक समझ रहे हैं. जीतने के समय चयन कीजिए. इन बातों को कोई बहुत असर नहीं होने वाला. जब भी कोई चुनाव होता है, लोग अपनी अपनी बात रखेंगे.

रामनाथ कोविंद का नाम पहले घोषित किया गया, सत्ता पक्ष की ओर से. हमें ऐतराज नहीं है, इसलिए समर्थन किया.

बिहार में महागठबंधन पर क्या कहा?
सब लोग अपनी राय रखने के लिए आजाद हैं. जहां तक सवाल है बिहार के महागठबंधन का तो यह कोई मुद्दा है ही नहीं. यह तो पार्टी को निर्णय लेना है. विपक्ष की एकता तो जरूर करनी चाहिए और 2019 की रणनीति बनाइए.

 

Source Input(aaj tak)

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