जाने क्या है मस्तक रेखा ज्योतिष :आज की सातवें कड़ी में हम आपके साथ मस्तक रेखा ज्योतिष के ज्ञान को साझा करेंगे

सातवें अंक में हम आपसे मस्तक रेखा तथा पांव के तलवों में बनी रेखाओं के बारे में बात करेंगे !
पिछले अंक में हमने आपको हस्त रेखा विज्ञान से संबंधित जानकारी दी थी , उसी ज्ञान को और बढ़ते हुए आज का भाग आपके सामने प्रस्तुत है !
अब हम जानते हैं की हाथों के द्वारा सारे कार्य करने के कारण हस्त रेखाएं सबसे अधिक प्रभाव रखती हैं , लेकिन मस्तिष्क के सबसे निकट ललाट रेखाएं ही होती हैं जो व्यक्ति के सम्मान , यश , अपयश की घोषणा खुले रूप में करती हैं !
मस्तक रेखा , ललाट रेखा तथा पेशानी के ख़त इसे हम इन्हीं नामों से जानते हैं !




मनुष्य के ललाट को तीन रूपों में स्वीकार किया गया है , १} चौड़ा ललाट , २} संकरा ललाट , ३} अण्डाकार ललाट !
जिस प्रकार शरीर का दर्पण मुख मण्डल होता है , उसी तरह भाग्य का दर्पण मस्तक होता है !
प्राचीन महर्षियों का कहना था कि ललाट रेखाओं को देखकर मनुष्य के अतीत ,वर्तमान और भविष्य के सारे गुप्त और विस्मयकारी तथ्य प्रकट होते हैं !
हथेली की रेखाओं की तरह ललाट पर भी सभी लक्षण अंकित रहते हैं ,यदि इनका अध्ययन मनन सूक्ष्मतापूर्वक किया जाए तो प्रश्नकर्ता के जीवन का विस्तृत विवेचन करना कठिन नहीं !
पैर के तलवों की रेखाएं या पाद रेखाओं से और इन नामों से हम परिचित हैं , मनुष्य पैरों से यात्रा करता है इसलिए तलवों पर गढ़ी रेखाएं मनुष्य की यात्रा और विलासिता को प्रदर्शित करती हैं !
पांव के तलवों में पाइ जाने वाली रेखाएं और चिन्ह बुद्धिजीवीयों का फैलाया माया जाल ना होकर एक यथार्थपरक सत्य रूप में मान्यता प्राप्त विधा है !
पांव के तलवों में एड़ी से लेकर उंगलियों के जोड़ तक अनेक प्रकार के चिह्न और रेखाएं होती हैं , उन सभी के नाम और फल अलग-अलग होते हैं !
जैसा कि मैने आपसे छठे भाग में झूठे हस्तविदों की बात कही थी , यहाँ फ़िर उस बात को दोहराना उचित होगा , कुछ धूर्त अपने पांडित्य का दावा करतें हैं और जिज्ञासु से मिथ्या भाषण करते हैं , अनुमानाधारित अंधेरे में दो-चार ढेले फेंक कर भविष्यवाणी करते हैं , एैसे धुर्तों के दुराचरण के कारण इस विधा के ज्ञाता और विद्वानों की उपेक्षा नहीं की जा सकती !
यदि कोई इस विधा को धैर्य , गंभीरता और श्रम के साथ अध्ययन और अनुभव करे तो सही फलादेश कर सकता है !
जिज्ञासु जिस भरोसेमंद ज्योतिषी से अपना भाग्य ज्ञात करे उस ज्योतिषी को दक्षिणा अवश्य दे तभी शुभ फल मिलता है !
आज के अंक में इतना ही , कल फ़िर मिलेंगे हमारे इसी चैनल पर !!
आर.के.लकी..

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