खिलाड़ी के तौर पर 10 साल बाद वनडे मुकाबले में ‘मैन ऑफ द मैच’ बने महेंद्र सिंह धोनी

महेंद्र सिंह धोनी के 78 रनों की नाबाद पारी की बदौलत टीम इंडिया वेस्टइंडीज को तीसरे वनडे में 93 रनों से मात दी. एंटिगुआ के सर विवियन रिचर्ड्स स्टेडियम में टीम इंडिया ने कैरेबियाई टीम को 252 रनों का टारगेट दिया. लेकिन भारतीय गेंदबाजों के आगे इंडीज की पूरी टीम 158 रनों पर सिमट गई. भारत ने पांच वनडे मैचों की सीरीज में 2-0 की बढ़त ले ली.

2007 मेंअफ्रीका इलेवन के खिलाफ रहे थे मैन ऑफ द मैच

टीम इंडिया की जीत में धोनी मैन ऑफ द मैच रहे. दरअसल, एक खिलाड़ी के तौर पर धोनी को 10 साल बाद यह अवॉर्ड मिला. आखिरी बार धोनी ने 10 जून 2007 को एशिया इलेवन की ओर से खेलते हुए अफ्रीका इलेवन के खिलाफ यह उपलब्धि हासिल की थी. तब चेन्नई में एशिया इलेवन की जीत में उन्होंने 139 रनों का नाबाद पारी खेली थी.

कप्तान के तौर पर आखिरी बार 2015 में रहे मैन ऑफ द मैच

वैसे, एक कप्तान के तौर पर धोनी ने आखिरी बार अक्टूबर 2015 में द. अफ्रीका के खिलाफ मैन ऑफ द मैच हासिल किया था. इंदौर में खेले गए उस वनडे में धोनी ने नाबाद 92 रन बनाए थे. भारत ने वह मुकाबला 22 रनों से जीता था. वैसे धोनी के वनडे इंटरनेशल करियर की बात करें, तो धोनी 21वीं बार मैन ऑफ द मैच रहे.

मैच फैक्ट्स

– वेस्टइंडीज के खिलाफ तीसरे वनडे में रविचंद्रन अश्विन ने तीन विकेट चटकाए. इसके साथ ही वनडे करियर में इस स्टार ऑफ स्पिनर ने अपने 150 विकेट पूरे कर लिए.

– अश्विन ने यह उपलब्धि अपने 111वें वनडे में हासिल की. स्पिनर के तौर पर सबसे कम मैचों में डेढ़ सौ विकेट लेने का रिकॉर्ड अनिल कुंबले के नाम है. उन्होंने 106 मैचों में यह कारनामा किया था.

-तीन सालों में पहली बार दो स्पिनरों (कुलदीप यादव, अश्विन) ने एक ही वनडे मे 3-3 विकेट निकाले. इससे पहले 2014 में अफगानिस्तान के खिलाफ रवींद्र जडेजा और अश्विन ने ऐसा किया था.

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