35 साल में श्रीलंका की सबसे बड़ी हार, विराट ने की पोंटिंग की बराबरी

गॉल:रविचंद्रन अश्विन ( 65 रन पर तीन विकेट) और रवींद्र जडेजा (71 रन पर तीन विकेट) की उम्दा गेंदबाजी के दम पर वर्ल्ड नंबर एक टीम भारत ने श्रीलंका को पहले क्रिकेट टेस्ट के चौथे ही दिन 304 रन के रिकॉर्ड अंतर से हरा दिया। भारत की श्रीलंका पर रनों के लिहाज से यह सबसे बड़ी जीत है। भारत ने इसके साथ ही तीन मैचों की सीरीज में 1-0 की बढ़त बना ली। रनों के लिहाज से ही यह टेस्ट क्रिकेट में श्रीलंका की 35 साल में सबसे बड़ी हार भी है। 1982 से टेस्ट खेल रही श्रीलंकाई टीम का पिछला रिकॉर्ड 301 रन से हारने का था। पाकिस्तान ने 1994 में कोलंबो टेस्ट में श्रीलंका को उस अंतर से हराया था।

(live scoreboard ind vs sl)
यह विराट कोहली की कप्तानी में भारतीय टीम की श्रीलंका में तीसरी जीत है। श्रीलंका की धरती पर सबसे ज्यादा जीत दर्ज करने वाले विदेशी कप्तानों की सूची में अब विराट ऑस्ट्रेलिया के रिकी पोंटिंग की बराबरी पर गए हैं। पोंटिंग ने 2003-04 में ऑस्ट्रेलिया को लगातार तीन टेस्ट में श्रीलंका में जीत दिलाई थी।
भारत ने अपनी दूसरी पारी कप्तान विराट कोहली के नाबाद 103 रन की बदौलत तीन विकेट पर 240 रन पर घोषित कर श्रीलंका के सामने 550 रन का लक्ष्य रखा। मेजबान टीम ओपनर दिमुथ करुणारत्ने की 97 रन की पारी के बावजूद 76.5 आेवर में 245 रन पर सिमट गई। श्रीलंका के दो खिलाड़ी रंगना हेराथ और असेला गुणारत्ने चोटिल होने के कारण बल्लेबाजी करने नहीं उतरे। भारत ने इस जीत से 2015 की सीरीज में गॉल में पहले टेस्ट में ही श्रीलंका से मिली हार का बदला भी चुका लिया। लेकिन उस सीरीज में पहली बार पूर्ण टेस्ट कप्तान बने विराट ने शेष दो टेस्ट जीतकर सीरीज 2-1 से अपने नाम की थी। उसके बाद से ही विराट की कप्तानी में भारत का टेस्ट क्रिकेट में स्वर्णिम युग शुरू हुआ।
गावस्कर की बराबरी करने से एक कदम दूर विराट
भारतीयकप्तान विराट कोहली अपना 17 वां टेस्ट शतक और कप्तान के रूप में अपना 10 वां शतक बनाने के साथ महान सुनील गावस्कर के रिकॉर्ड की बराबरी करने से एक कदम दूर रह गये हैं। विराट का कप्तान के रूप में 44 पारियाें में यह 10 वां शतक था। गावस्कर ने कप्तान रहते 74 पारियों में 11 शतक बनाए थे। पूर्व कप्तान मोहम्मद अजहरुद्दीन ने कप्तान के तौर पर 68 पारियों में नौ शतक बनाए थे जबकि टेस्ट क्रिकेट में सर्वाधिक शतक का रिकाॅर्ड अपने नाम रखने वाले मास्टर ब्लास्टर सचिन तेंदुलकर ने कप्तान रहते 43 पारियों में सात शतक बनाए थे।
278  रन से जीता था भारत 2015 में कोलंबो टेस्ट में। गॉल टेस्ट से पहले यही भारती कीश्रीलंका पर रनों के लिहाज से सबसे बड़ी जीत थी।
1376 रनबने इस टेस्ट में। गॉल में अब तक हुए 30 टेस्ट मैच में दूसरा सबसे बड़ा टोटल। इससे ज्यादा रन (1613) सिर्फ 2012-13 में श्रीलंका-बांग्लादेश टेस्ट में बने थे।
550 रनका लक्ष्य रखा भारत ने इस टेस्ट में श्रीलंका के खिलाफ। सिर्फ एक बार 2008-09 में न्यूजीलैंड के खिलाफ इससे बड़ा लक्ष्य (617 रन का) रखा था भारत ने।
138/6 रहा रवींद्र जडेजा का इस मैच में गेंदबाजी विश्लेषण। उनके करियर का बेस्ट। पिछला रिकॉर्ड 154/6 (डरबन, 2012-13) का था।
01 पहलीबार विराट कोहली ने किसी टेस्ट मैच की तीसरी पारी में शतक जमाया है। इससे पहले तीसरी पारी में उनका उच्चतम स्कोर 96 रन का था।
कोहली की कप्तानी में 17वीं जीत
विराटकी अपनी कप्तानी में 27 टेस्टों में यह 17वीं जीत है। इस जीत में खुद विराट का अहम योगदान रहा। उन्होंने भारत की दूसरी पारी में 136 गेेंदों में पांच चौकों और एक छक्के की मदद से नाबाद 103 रन बनाए जो उनका 17 वां टेस्ट शतक था। विराट ने अपने 17वें टेस्ट शतक के दम पर श्रीलंका के सामने मुश्किल लक्ष्य रखा।
“सलामी जोड़ी ने अच्छा प्रदर्शन किया, यह देखकर खुशी हुई। अभिनव मुकुंद ने अच्छी बल्लेबाजी की। वह शतक के हकदार थे। मैंने यहां बल्लेबाजी का पूरा लुत्फ उठाया। यहां इस बार दो साल बाद मिली यह जीत पूर्ण जीत है। चीजें जिस तरह से घटीं, उससे मैं खुश हूं। -विराट कोहली

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